धान की उपज कैसे बढ़ायें?
उत्तर-
1. धान से पहले ढ़ेचा या सनई को हरी खाद के रूप में लगायें ।
2.मृदा परीक्षण के अनुसार उर्वरकों का प्रयोग करें ।
3.संस्तुत किस्मों के प्रमाणित बीजो का प्रयोग करें ।
4. रोपाई के २५-३० दिन पर खरपतवार नियंत्रण सुनिश्चित करें । प्रति वर्ग मी० ५० पौधे रोपाई करें । एक जगह पर २-३ पौधों की रोपाई करें ।
5.रोपाई के ७ एवं १४ दिन बाद मृत पौधों के जगह दुबारा रोपाई कर खाली जगहों को भरें ।
6. कीट एवं रोगों का प्रकोप होने पर विशेषज्ञों की राय से उपचार करें ।
7. खेत को सूखने न दें । नमी पर्याप्त रखने के लिये आवश्यकतानुसार सिंचाई करें ।
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1. धान से पहले ढ़ेचा या सनई को हरी खाद के रूप में लगायें ।
2.मृदा परीक्षण के अनुसार उर्वरकों का प्रयोग करें ।
3.संस्तुत किस्मों के प्रमाणित बीजो का प्रयोग करें ।
4. रोपाई के २५-३० दिन पर खरपतवार नियंत्रण सुनिश्चित करें । प्रति वर्ग मी० ५० पौधे रोपाई करें । एक जगह पर २-३ पौधों की रोपाई करें ।
5.रोपाई के ७ एवं १४ दिन बाद मृत पौधों के जगह दुबारा रोपाई कर खाली जगहों को भरें ।
6. कीट एवं रोगों का प्रकोप होने पर विशेषज्ञों की राय से उपचार करें ।
7. खेत को सूखने न दें । नमी पर्याप्त रखने के लिये आवश्यकतानुसार सिंचाई करें ।