उत्तर- उर्वरक का प्रयोग भूमि परीक्षण के आधार पर करना चाहिये । यदि भूमि परीक्षण नही कराया तो उर्वरक प्रबन्ध निम्नवत करें । सिंचित दशा में रोपाई अ. पर्वतीय क्षेत्र उर्वरक कि.ग्रा. / हैक्टर
नत्रजन
फास्फोरस
पोटाश
बौनी किस्में
120
50
50
देशी किस्में
60
30
30
ब. तराई -भाबर
नत्रजन
फास्फोरस
पोटाश
अधिक उपजाऊ प्रजातियाँ
180
60
40
संकर किस्में
150
75
60
सुगन्धित धान (बाँनी)
90-120
60
40
देशी प्रजातियाँ / लम्बी
60
30
30
विधि- नत्रजन की आधी मात्रा तथा फास्फोरस एवं पोटाश की पूरी मात्रा रोपाई से पूर्व दें । नत्रजन की शेष मात्रा को दो बराबर -बराबर भागों में, कल्ले फूटते समय तथा बाली बनने की प्रारम्भिक अवस्था में देना चाहिये ।
असिंचित (उपराऊ)
नत्रजन
फास्फोरस
पोटाश
4-50 कि.ग्रा.
40 कि.ग्रा.
30 कि.ग्रा.
सम्पूर्ण उर्वरक बुआई के समय बीज के नीचे कूंड़ों में दें ।
Fertilizer
उत्तर- उर्वरक का प्रयोग भूमि परीक्षण के आधार पर करना चाहिये । यदि भूमि परीक्षण नही कराया तो उर्वरक प्रबन्ध निम्नवत करें ।
सिंचित दशा में रोपाई
अ. पर्वतीय क्षेत्र उर्वरक कि.ग्रा. / हैक्टर
विधि- नत्रजन की आधी मात्रा तथा फास्फोरस एवं पोटाश की पूरी मात्रा रोपाई से पूर्व दें । नत्रजन की शेष मात्रा को दो बराबर -बराबर भागों में, कल्ले फूटते समय तथा बाली बनने की प्रारम्भिक अवस्था में देना चाहिये ।
असिंचित (उपराऊ)
सम्पूर्ण उर्वरक बुआई के समय बीज के नीचे कूंड़ों में दें ।