उत्तर- इस रोग का प्रकोप ३ अवस्थाओं में होता है । सर्वप्रथम नर्सरी में, दूसरा रोपाई के बाद पत्तियों पर तीसरा बाल निकलने की अवस्था में । पत्तियों पर आँख या नाव के आकार के धब्बे बन जाते हैं जिनका बाहरी भाग गहरे भूरे रंग एवं भीतरी भाग भूरे अथवा राख के रंग का होता है । बाली की अवस्था में प्रकोप होने पर इसे ग्रीवा विगलन के नाम से जानते हैं । बाल का डंठल / बैंगनी काले रंग का होकर सड़ जाता है जिससे बाले मुड़कर लटक जाती हैं और उनमें दाना नहीं बनता । इसकी रोकथाम के लिये ट्राईसाइक्लोजोल का ६ ग्राम प्रति १० लीटर पानी में घोलकर मात्र एक छिड़काव करने से रोग का निदान हो जाता है ।
Information on crop protection
The information provided could be bilingual to begin with. If it is possible to provide in regional languages it would be of much use.
Disease
उत्तर- इस रोग का प्रकोप ३ अवस्थाओं में होता है । सर्वप्रथम नर्सरी में, दूसरा रोपाई के बाद पत्तियों पर तीसरा बाल निकलने की अवस्था में । पत्तियों पर आँख या नाव के आकार के धब्बे बन जाते हैं जिनका बाहरी भाग गहरे भूरे रंग एवं भीतरी भाग भूरे अथवा राख के रंग का होता है । बाली की अवस्था में प्रकोप होने पर इसे ग्रीवा विगलन के नाम से जानते हैं । बाल का डंठल / बैंगनी काले रंग का होकर सड़ जाता है जिससे बाले मुड़कर लटक जाती हैं और उनमें दाना नहीं बनता । इसकी रोकथाम के लिये ट्राईसाइक्लोजोल का ६ ग्राम प्रति १० लीटर पानी में घोलकर मात्र एक छिड़काव करने से रोग का निदान हो जाता है ।