Skip to main content

Disease

Posted in

प्रश्न  :- धान में झोंका रोग के लक्षण एवं उपचार बतायें ?

0
Your rating: None

Information on crop protection

The information provided could be bilingual to begin with. If it is possible to provide in regional languages it would be of much use.

Disease

उत्तर- इस रोग का प्रकोप ३ अवस्थाओं में होता है । सर्वप्रथम नर्सरी में, दूसरा रोपाई के बाद पत्तियों पर तीसरा बाल निकलने की अवस्था में । पत्तियों पर आँख या नाव के आकार के धब्बे बन जाते हैं जिनका बाहरी भाग गहरे भूरे रंग एवं भीतरी भाग भूरे अथवा राख के रंग का होता है । बाली की अवस्था में प्रकोप होने पर इसे ग्रीवा विगलन के नाम से जानते हैं । बाल का डंठल / बैंगनी काले रंग का होकर सड़ जाता है जिससे बाले मुड़कर लटक जाती हैं और उनमें दाना नहीं बनता । इसकी रोकथाम के लिये ट्राईसाइक्लोजोल का ६ ग्राम प्रति १० लीटर पानी में घोलकर मात्र एक छिड़काव करने से रोग का निदान हो जाता है ।

Please note that this is the opinion of the author and is Not Certified by ICAR or any of its authorised agents.