उत्तर-गेहूँ में उर्वरक का प्रयोग मृदा परीक्षण के आधार पर करें । बोने गेहूँ में अच्छी उपज के लिये धान, मक्का, ज्वार, बाजरा की खरीफ फसलों के पश्चात भूमि में120: 60: 40 कि.ग्रा. प्रति हैक्टर की दर से नत्रजन, फास्फोरस एवं पोटाश का प्रयोग करना चाहिये । यदि खेत में खरीफ में दलहनी फसलें / परती हो तो २० कि.ग्रा. नत्रजन कम प्रयोग कर सकते हैं । यदि हरी खाद का प्रयोग किया गया हो तो ४० कि.ग्रा. प्रति हैक्टर की दर से कम नत्रजन का प्रयोग करना चाहिये ।
रासायनिक एवं कम्पोस्टकी खाद
उत्तर- गेहूँ में उर्वरक का प्रयोग मृदा परीक्षण के आधार पर करें । बोने गेहूँ में अच्छी उपज के लिये धान, मक्का, ज्वार, बाजरा की खरीफ फसलों के पश्चात भूमि में120: 60: 40 कि.ग्रा. प्रति हैक्टर की दर से नत्रजन, फास्फोरस एवं पोटाश का प्रयोग करना चाहिये । यदि खेत में खरीफ में दलहनी फसलें / परती हो तो २० कि.ग्रा. नत्रजन कम प्रयोग कर सकते हैं । यदि हरी खाद का प्रयोग किया गया हो तो ४० कि.ग्रा. प्रति हैक्टर की दर से कम नत्रजन का प्रयोग करना चाहिये ।