Submitted by JP Jaiswal on Tue, 23/02/2010 - 16:12
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भूरा किट्ट या रतुआ (पर्ण किट्ट)
रोगकारी जीव: पक्सीनिया रिकॉन्डिटा फा. स्पि. ट्रिटिसाइ
मुख्य लक्षण: पत्तियों पर नारंगी से लेकर भूरे रंग के गोल बिखरे हुए स्फोट उत्पन्न होते हैं।
नियंत्रण के उपाय:
- 1- किसानों को सलाह दी जाती है कि उस क्षेत्र के लिए संस्तुत नवीनतम प्रतिरोधी प्रजातियों का प्रयोग करें।
- 2- रासायनिक छिड़काव
- भूरा एवं पीला किट्ट के नियंत्रण के लिए 0.1% की दर से टिल्ट का पर्णीय छिड़काव।
- पीला किट्ट के नियंत्रण के लिए 2% की दर से प्लान्टावैक्स का पर्णीय छिड़काव।
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