Submitted by kanchannainwal1 on Tue, 02/02/2010 - 10:24
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पोटेशियम
पोटेशियम की कमी :
- पौधे की प्रारम्भिक अवस्था (वानस्पतिक वृध्दि का दूसरा-तीसरा महीना) में गन्ने के पौधों में पोटेशियम की कमी के लक्षण स्पष्ट हो जाता है।
- तने (वृंत) अधिक पतले हो जाते हैं।
- पत्ती के किनारे पीले हो जाते हैं और उसके बाद पूरी तरह से अधिक हो जाते हैं।
- पर्णफलक के केन्द्र में लाल चित्तियाँ प्रकट होती हैं।
- हलके गठन की बुलई दुगट और अत्यधिक कार्बनी मृदाओं पर पोटेशियम की कमी के लक्षण अधिकतर दिखाई देते हैं।
सामान्य : वानस्पतिक वृध्दि के पहले छ: महीनों में और कटाई से पहले पोटेशियम की अधिकतम मात्रा का अविशोषण होता है।
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