पपीता रिंग स्पाट वायरस :
यह वायरस द्वारा होने वाला रोग है जो माहू द्वारा एक पौधे से दूसरे पौधे पर फैलता है। इस रोग के प्रारम्भिक लक्षण नई पत्तियों के पीलेपन या उनके शिराओं के सफेद होने के रूप में प्रकट होता है। बाद में पत्तियों पर हरे तथा पीले रंग के मिले - जुले चकत्ते बनते हैं और पूरी पत्ती विकृत हो जाती है। गहरे हरे रंग की धारियां और छल्ले तने एवं पत्तियों के डंठलो पर भी दिखाई देते हैं। फलों पर गहरे हरे-रंग के गोल - गोल छल्ले या (आकार के धब्बे बनते हैं इसी कारण इस रोग को रिंग स्पाट कहते हैं।) फलों के पकने पर ये धब्बे गहरे नारंगी या भूरे के हो जाते हैं। पौधों का ओज कम हो जाता है। फलों की गुणवत्ता विशेषकर गंध पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
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