उत्तर प्रदेश के विभिन्न जलवायु, क्षेत्रों, दशा परिस्थितियों के लिए धान की उन्नतशील प्रजातियाँ
१. भावर एवं तराई क्ष॓त्र (सहारनपुर, बिजनौर, रामपुर, मुरादाबाद, पीलीभीत, बरेली, लखीमपुर)
(अ) असिंचित दशा
शीघ्र पकने वाली
(क) सीधी बुवाई :गोविन्द, नरेंद्र-११८, नरेंद्र-९७
(ख) रोपाई : गोविन्द, नरेंद्र-८०
(ब) सिंचित दशा
शीघ्र पकने वाली (१००-१२० दिन): रतना, गोविन्द,
मध्यम अवधि में पकने वाली (१२० -१४० दिन): पन्त धान-१०, पन्त धान-४, सरजू -५२, नरेंद्र- ३५९, पूसा-४४
देर से पकने वाली (१४० दिन से अधिक): एनडीआर -८००२
(स) सुगन्धित धान: टा-३, पूसा बासमती -१, हरियाणा बासमती -१, पूसा सुगंध-४,५
(द) ऊसरीली: साकेत-४, झोना-349, ऊसर धान-१, नरेन्द्र ऊसर धान -२, सी.एस. आर.-10
(य) निचले जल भराव वाले क्षेत्र: ३० सेमी- मंसूरी
२. पश्चिम मैदानी क्षेत्र: (गंगा, जमुना दोआब के जनपद, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद, बुलन्दशहर, बागपत, गौतमबुद्घनगर)
(अ) असिंचित दशा
शीघ्र पकने वाली
(क) सीधी बुवाई : गोविन्द, नरेंद्र-११८, नरेंद्र-९७
(ख) रोपाई : गोविन्द, नरेंद्र-८०
(ब) सिंचित दशा:
शीघ्र पकने वाली (१००-१२० दिन): रत्ना, गोविन्द, मनहर, नरेन्द्र-८०, पन्त धान-12
मध्यम अवधि में पकने वाली (१२० -१४० दिन): पन्त धान-१०, पन्त धान-४, सरयू -५२, पूसा- ४४
देर से पकने वाली (१४० दिन से अधिक): एन. डी. आर. ८००२, टा-२३
(स) सुगन्धित धान: टा-३, पूसा बासमती -१, हरियाणा- बासमती -१, तरावडी बासमती, बासमती-१
(द) ऊसरीली: साकेत-४, ऊसर धान-१, नरेन्द्र ऊसर धान -२, सी.एस. आर.-10
(य) निचले जल भराव वाले क्षेत्र: ३० सेमी- मंसूरी
३. मध्य पश्चिमी मैदानी क्षेत्र (बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर बरेली, पीलीभीत शाहजहांपुर, बदायूं ज्योतिबाफूले नगर)
(अ) असिंचित दशा:
शीघ्र पकने वाली
(क) सीधी बुवाई तथा रोपाई : गोविन्द
(ब) सिंचित दशा:
शीघ्र पकने वाली (१००-१२० दिन) रत्ना, गोविन्द, मनहर, नरेन्द्र-८०, पन्त धान-12
मध्यम अवधि में पकने वाली (१२० -१४० दिन) पन्त धान-१०, पन्त धान-४, सरजू-५२, नरेन्द्र-३५९, पूसा-४४
(स) सुगन्धित धान: टा-३ बासमती-३७०, पूसा बासमती-१, हरियाणा-बासमती-1
(द) ऊसरीली: ऊसर धान-१, नरेन्द्र ऊसर धान -२, सी.एस. आर.-10
(य) निचले जल भराव वाले क्षेत्र: ३० सेमी- मंसूरी
४.दक्षिण पश्चिमी अर्द्धशुष्क क्षेत्र (आगरा मंडल के समस्त जनपद)
(अ) असिंचित दशा
शीघ्र पकने वाली
(क) सीधी बुवाई : गोविन्द
(ख) रोपाई : गोविन्द, अश्वनी
(ब) सिंचित दशा
शीघ्र पकने वाली (१००-१२० दिन) रत्ना, गोविन्द, मनहर, नरेन्द्र-८०, पन्त धान-१२, आई. आर-५०
मध्यम अवधि में पकने वाली (१२० -१४० दिन) क्रांति, पन्त धान-४, पन्त धान-१० सरजू-५२
देर से पकने वाली (१४० दिन से अधिक): पूसा-४४
(स) सुगन्धित धान: टा-३ बासमती-३७०, पूसा बासमती-१
(द) ऊसरीली: ऊसर धान-१, नरेन्द्र ऊसर धान -२, सी.एस. आर.-10
५. मध्य मैदानी क्षेत्र ( लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद मण्डल प्रतापगढ़ को छोड़कर)
(अ) असिंचित दशा
शीघ्र पकने वाली
(क) सीधी बुवाई : गोविन्द, नरेन्द्र-११८, नरेन्द्र-९७
(ख) रोपाई :अश्वनी
(ब) सिंचित दशा
शीघ्र पकने वाली (१००-१२० दिन) रत्ना, गोविन्द, मनहर, नरेन्द्र-८०, पन्त धान-१२, आई. आर-५०, अश्वनी, साकेत-४
मध्यम अवधि में पकने वाली (१२० -१४० दिन) सरजू-५२, संभा मंसूरी, स्वर्णा, सीता, पन्त धान-४, पन्तधान-१०, नरेन्द्र-३६९, क्रांति
देर से पकने वाली (१४० दिन से अधिक): टा-२३, संभा मंसूरी, एम. टी. यू.-१००१, स्वर्णा
(स) सुगन्धित धान: टा-३, पूसा बासमती-१, पूसा सुगन्धित-४,५
(द) ऊसरीली: सी. एस. आर.-१३ उसर धान-१, नरेन्द्र ऊसर धान-२, सी.एस.आर.- १०
६. बुन्देलखण्ड क्षेत्र (झाँसी एवं चित्रकूट धाम मण्डल)
(अ) असिंचित दशा
शीघ्र पकने वाली
(क) सीधी बुवाई : गोविन्द,
(ख) रोपाई : अश्वनी
(ब) सिंचित दशा:
शीघ्र पकने वाली (१००-१२० दिन) गोविन्द
मध्यम अवधि में पकने वाली (१२० -१४० दिन) पन्त धान-४,
देर से पकने वाली (१४० दिन से अधिक): मंसूरी,
(स) सुगन्धित धान: टा-३, पूसा बासमती-१, हरियाणा बासमत
७. उत्तरी पूर्वी मैदानी क्षेत्र (गोंडा, बहराइच, बस्ती, देवरिया, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, कुशीनगर, बलरामपुर,श्रावस्ती, संतकबीरनगर)
(अ) असिंचित दशा
शीघ्र पकने वाली
(क) सीधी बुवाई : नरेंद्र-९७ , नरेंद्र-११८, गोविन्द, बरानी दीप
(ख) रोपाई : नरेंद्र-११८, गोविन्द, नरेंद्र-९७
(ब) सिंचित दशा
शीघ्र पकने वाली (१००-१२० दिन): रतना, आई. आर-50, नरेन्द्र- ११८, ,नरेन्द्र-९७, आई.आर.-३६, नरेन्द्र-८०, पन्त धान-१२, आई. आर.५०
मध्यम अवधि में पकने वाली (१२० -१४० दिन): सरयू -५२, सीता, पन्त धान-४, नरेन्द्र-३५९
देर से पकने वाली (१४० दिन से अधिक): एनडीआर -८००२, टा.-२३, मंसूरी
(स) सुगन्धित धान: टा.-३, पूसा बासमती-१, बासमती-३७०
(द) ऊसरीली: सी. एस. आर.-१३ उसर धान-१, सी.एस.आर.-१०
(य) निचले जल भराव वाले क्षेत्र: ३० सेमी.- मंसूरी, ३०-५० सेमी.- जल लहरी, ५०-१०० सेमी.-एनडीआर -८००२
एक मीटर से अधिक (गहरा पानी)- चकिया ५९, मधुकर, जलप्रिया
बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों के लिए- जल निधि, जलमग्न, मधुकर, बाढ़ अवरोधी
८. पूर्वी मैदानी क्षेत्र (बाराबंकी, फ़ैजाबाद, सुल्तानपुर,प्रतापगढ़,जौनपुर, आजमगढ़,बलिया, गाजीपुर,वाराणसी, चंदौली, मऊ, अम्बेडकरनगर, संतरविदासनगर)
(अ) असिंचित दशा
शीघ्र पकने वाली
(क) सीधी बुवाई : नरेंद्र-९७ , नरेंद्र-११८, गोविन्द, बरानी दीप
(ख) रोपाई : नरेंद्र-११८, गोविन्द, नरेंद्र-९७
(ब) सिंचित दशा
शीघ्र पकने वाली (१००-१२० दिन): रतना, आई. आर-50, नरेन्द्र- ८०, नरेन्द्र १८८ ,नरेन्द्र-९७, पन्त धान-१२, आई. आर.५०
मध्यम अवधि में पकने वाली (१२० -१४० दिन): सरयू -५२, सीता, पन्त धान-४, नरेन्द्र-३५९
देर से पकने वाली (१४० दिन से अधिक): टा.-२३, मंसूरी, स्वर्णा
(स) सुगन्धित धान: टा.-३, पूसा बासमती-१, बासमती-३७०
(द) ऊसरीली: सी. एस. आर.-१३ उसर धान-१, सी.एस.आर.-१०
(य) निचले जल भराव वाले क्षेत्र: ३० सेमी.-मंसूरी सोना, ३०-५० सेमी.- मंसूरी, ५०-१०० सेमी.- मंसूरी, जल लहरी, एन. डी. आर.-८००२
एक मीटर से अधिक (गहरा पानी)- चकिया ५९, मधुकर, जलप्रिया
बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों के लिए- जल निधि, जलमग्न, मधुकर, बाढ़ अवरोधी
९. विन्ध्य क्षेत्र (मिर्जापुर, इलाहाबाद, सोनभद्र, चंदौली के पठारी भाग)
(अ) असिंचित दशा
शीघ्र पकने वाली
(क) सीधी बुवाई : नरेंद्र-९७ , नरेंद्र-११८, गोविन्द, बरानी दीप
(ख) रोपाई : नरेंद्र-११८, गोविन्द, अश्वनी, नरेंद्र-९७
(ब) सिंचित दशा:
शीघ्र पकने वाली (१००-१२० दिन): रतना, आई. आर-50, नरेन्द्र- ८०, नरेन्द्र १८८ ,नरेन्द्र-९७, पन्त धान-१२, आई. आर.५०
मध्यम अवधि में पकने वाली (१२० -१४० दिन): सरयू -५२, सीता, पन्त धान-४, नरेन्द्र-३५९
देर से पकने वाली (१४० दिन से अधिक): टा.-२३, मंसूरी, स्वर्णा
(स) सुगन्धित धान: टा.-३, पूसा बासमती-१, बासमती-३७०
(द) ऊसरीली: उसर धान-१ , नरेन्द्र ऊसर धान-२, सी.एस.आर.-१०
(य) निचले जल भराव वाले क्षेत्र (३० सेमी.) मंसूरी
धान की प्रमुख प्रजातियों की विशेषतायें
प्रजाति
|
अधिसूचना की दिनांक
|
पकाने की अवधि
|
उपज कु./हे.
|
धान का प्रकार
|
चावल का प्रकार
|
चावल की निकासी %
|
रोंगों से अवरोधिता
|
प्रजाति विशेषता
|
(अ) शीघ्र पकने वाली पकने वाली प्रजाति
|
गोविन्द
|
८.७.83
|
१०५-११०
|
४०-४५
|
महीन लम्बा
|
महीन सफेद
|
७०
|
जीवाणु झुलसा तथा झोंका रोग
|
-
|
अश्वनी
|
१७.९.९७
|
९६-११०
|
४०-४५
|
छोटा मोटा
|
छोटा मध्यम सफेद
|
७०
|
-
|
सिंचित व असिंचित
|
नरेन्द्र-११८
|
५.५.८८
|
८५-९०
|
४५-५०
|
महीन लम्बा
|
महीन सफेद
|
६५-७०
|
-
|
असिंचित उपरहार क्षेत्र के लिए
|
नरेन्द्र -८०
|
८.३.८७
|
११०-१२०
|
५०-६०
|
तदैव
|
तदैव
|
६५-७०
|
झोंका रोग रोधी
|
पूर्वी उ.प्र. सिचित दशा प्रकाश अप्रभावित उसरीली के लिए उपयुक्त
|
नरेन्द्र-१
|
-
|
१००-१०५
|
४०-४५
|
छोटा
|
महीन
|
७०
|
ब्लास्ट अवरोधी
|
-
|
नरेन्द्र-२
|
-
|
११०-११५
|
४०-४५
|
महीन लम्बा
|
महीन
|
७०
|
ब्लास्ट अवरोधी
|
|
मनहर
|
-
|
११९-१२२
|
४८-५०
|
महीन लम्बा
|
महीन सफेद
|
७०
|
जीवाणुवीक झुलसा के लिए मध्यम अवरोधी
|
-
|
पन्त धान-१२
|
१.१.९६
|
११५-१२२
|
५०-६०
|
महीन लम्बा
|
महीन सफेद
|
७०-७२
|
जीवाणुवीक झुलसा, भूरा धब्बा रोग अवरोधी तथा भूरे फुदके के लिए माध्यम अवरोधी
|
|
नरेन्द्र-९७
|
१५.११.९२
|
८५-९०
|
४०-४५
|
तदैव
|
तदैव
|
७०
|
-
|
असिंचित उपरहार क्षेत्र में भी संस्तुत
|
वरनी दीप २००३
|
-
|
९५-१००
|
४०-४५
|
तदैव
|
तदैव
|
-
|
-
|
-
|
आई. आर.-५०
|
-
|
१०५-११०
|
४५-५०
|
तदैव
|
तदैव
|
-
|
-
|
-
|
रतना
|
-
|
१२०-१२५
|
४०-४५
|
तदैव
|
तदैव
|
-
|
-
|
-
|
(ब) मध्यम देर से पकने वाली प्रजातियाँ
|
नरेंद्र-३५९
|
२.९.९४
|
१३०-१३५
|
६०-३५
|
लम्बा मोटा
|
मध्यम सफेद
|
७२
|
शाकाणुवीक झुलसा मध्यम अवरोधी
|
सभी कल्लों में बलि खासतौर से निकलती है
|
पन्त धान-४
|
९.४.८५
|
१२०-१३०
|
५०-६०
|
महीन लम्बा
|
तदैव
|
७०
|
शाकाणुवीक झुलसा मध्यम अवरोधी
|
-
|
पन्त धान-१०
|
१७-८-९३
|
१२५-१३०
|
५५-६०
|
तदैव
|
तदैव
|
७०
|
झोंका अवरोधी मध्यम झुलसा अवरोधी
|
उ.प्र. पश्चिमी मैदानी क्षेत्र रोपाई हेतु उपुक्त
|
सीता
|
-
|
१३०-१३५
|
४५-५०
|
-
|
-
|
-
|
-
|
-
|
सरजू-५२
|
१४-१.८२
|
१३० -१३५
|
५०-६०
|
लम्बा
|
मध्यम
|
७०
|
शाकाणुवीक झुलसा
|
-
|
मालवीय धान-३६
|
९.९.९७
|
१३० -१३५
|
४५-५६
|
महीन छोटा दाना
|
सफेद महीन
|
६५-७०
|
वैक्टीरियल लीफ ब्लाइट अवरोधी हरे भूरे फुदके के लिए मध्यम अवरोधी
|
पूर्वी उ.प्र. हेतु
|
(स) देर से पकने वाली प्रजातियाँ
|
मंसूरी
|
१३.४.८९
|
१४०-१५०
|
३०-४०
|
मध्यम
|
सफेद
|
७०
|
-
|
गहरे पानी में भी होता है
|
टी.-२३
|
-
|
१३०-१४०
|
३०-३५
|
लम्बा पतला
|
सफेद हल्का सुगन्धित
|
७०
|
-
|
सम्पूर्ण मैदानी क्षेत्र
|
(द) सुगन्धित प्रजाति
|
टाइप-३
|
-
|
१३०-१४५
|
३०-३५
|
महीन लम्बा
|
महीन सफेद
|
६६
|
-
|
सुगन्धित धान
|
कस्तूरी
|
६.११.८९
|
११५--१२५
|
३०-४०
|
महीन लम्बा
|
महीन सफेद
|
६७
|
जीवाणुवीक झुलसा एवं झोंका रोग ग्राही
|
-
|
पूसा बासमती
|
६.११.८९
|
१२५-१३०
|
३५-४०
|
तदैव
|
तदैव
|
६८
|
-
|
-
|
हरियाणा बासमती-१
|
१४०
|
२२-२५
|
|
लम्बा पतला
|
तदैव
|
-
|
हरे फुदके छोटा सफेद के लिए सहीश्रणु
|
-
|
बासमती-३७०
|
२४.७.८५
|
१४०-१४५
|
४५-५०
|
छोटा मोटा
|
छोटा सफेद
|
-
|
-
|
सम्पूर्ण उ.प्र. के लिए उपयुक्त
|
तारावाड़ी बासमती
|
-
|
-
|
-
|
-
|
-
|
-
|
-
|
सम्पूर्ण उ.प्र. के लिए उपयुक्त
|
(य) उसरीली धान की प्रजाति
|
उसर धान-१
|
२४.७.८५
|
१४०-१४५
|
४०-५०
|
छोटा मोटा
|
छोटा सफेद
|
-
|
-
|
उसरीली भूमि के लिए उपयुक्त
|
सी. एस. आर.-१०
|
६.११.८९
|
११५-१२०
|
५०-६०
|
तदैव
|
तदैव
|
-
|
-
|
ऊसर के लिए उपयुक्त
|
नरेन्द्र ऊसर धान-२ एवं ऊसर धान-३
|
१५.५.९८
|
१२५-१३०
|
४५-५०
|
लम्बा गोल
|
मध्यम सफेद
|
५०-६२
|
भूरा धब्बा तथा शुक्राणु झुलसा अवरोधी तथा तना गलन व धारीदार शुक्राणु रोग से मध्यम अवरोधी
|
सिंचित ऊसर भूमि के लिए उपयुक्त बौनी
|
सी. एस. आर.-13
|
-
|
११०-११५
|
५०-६०
|
पतला लम्बा
|
सफेद
|
६०
|
-
|
-
|
सोना मंसूरी
|
-
|
१५५
|
६०
|
छोटा पतला
|
सफेद
|
७०
|
-
|
बौनी
|
(र) निचले एवं जल भराव वाले क्षेत्रों के लिए
|
स्वर्णा, एम. टी.यू. ७०२९ (उथला जलभराव)
|
९.४.८५
|
१६५
|
६५-७०
|
छोटा
|
सफेद पतला
|
७५
|
-
|
बौनी
|
जल लहरी
|
_
|
१४५
|
४०-५०
|
लम्बा
|
गोल सफेद
|
६५
|
_
|
-
|
जलमग्न
|
१९.१२.७८
|
१५०-२००
|
३५-४०
|
छोटा मोटा
|
मोटा सफेद
|
६७
|
-
|
गहरे जल भराव वाले क्षेत्र (१२० सेमी. से अधिक)
|
मधुकर
|
-
|
१४५-१५०
|
३०-४०
|
छोटा
|
छोटा मोटा
|
६५ सफेद
|
-
|
सामयिक बाढ़ वाले क्षेत्र हेतु
|
जल निधि
|
२.९.९४
|
१७०-२००
|
३५-४०
|
मध्यम सुडौल हल्का चपटा
|
मध्यम लालिमा सा
|
६५-७०
|
विभिन्न रोगों को अवरोधी
|
पौधा काफी लम्बा पानी के साथ कमल की तरह बढ़ता है
|
जल प्रिया
|
४.५.९५
|
१५०-१६०
|
३०-३५
|
लम्बा सुडौल
|
लम्बा सफेद
|
७५
|
रोगोंसे आंशिक एवं पूर्ण रूप से अवरोधी
|
अर्द्ध गहरा जल भराव (५०-१०० सेमी. तक उपयुक्त)
|
बाढ़ अवरोधी
|
९.९.९७
|
१४५-१५५
|
३५-४०
|
-
|
-
|
-
|
नेफ ब्लास्ट ब्राऊन स्पाट
रोग से अवरोधी
|
जलप्लावन एवं सुब के प्रति सहनशील
|