विपणन -फल अत्यधिक विनाशशील होने के कारण लीची मुख्यत: ताजे रूप में स्थानीय या निकटवर्ती बाजार में बेची जाती है। फिर भी द्रुत एवं उन्नत परिवहन नेटवर्क की सहायता से इस समय इसका परिवहन दूरवर्ती बाजारों के लिए किया जा रहा है। दूरवर्ती बाजार के लिए परिवहन की शीत श्रृंखला प्रणाली का उपयोग किया जाता है। इस प्रणाली में परिवहन प्रयोजन के लिए प्रशीतित वाहनों का उपयोग किया जाता है।
उपज -पूर्ण विकसित लीची के वृक्ष पर औसतन 80-150 कि.ग्रा. फल/वृक्ष/ वर्ष लगता है जो उगाए गए कल्टीवार, जलवायु- दशाओं और फलोद्यान प्रबन्ध पर निर्भर होता है।
परिपक्वता की अवस्था -फलों की परिपक्वता लाल रंग और फल आकार (न्यूनतम 25 मि.मी. व्यास) द्वारा सूचित होती है। रंग के अलावा फल की परिपक्वता उस समय सूचित होती है जब गुलिकाएं कुछचपटी हो जाती हैं और छिलका चिकना हो जाता है।