कीट (आरा मकखी)
पहचान: इसकी गिडारे सरसों कुल की सभी फसलो को हानि पहुंचाती है। गिडारे काले रंग की होती है जो पत्तियो को बहुत तेजी से किनारे से अथवा भिन्न आकार के द्देद बनाती हुई खाती है जिससे पत्तियां बिल्कुल द्दलनी हो जाती है।
उपचार : निम्नलिखित किसी एक कीटनाशक रसायन का प्रति हे. की दर से प्रयोग करे।
- डाइक्लोरोवास ७६ प्रतिशत ई.सी. ०.५ लीटर।
- इन्डोसल्फान ३५ ई.सी. १.२५ लीटर।
- मैलाथियान ५० ई.सी. १.५ लीटर।
- इन्डोसल्फान ४ प्रतिशत धूल २० किग्रा.
- क्यूनालफास १.५ प्रतिशत धूल २० किग्रा.
मॉहूं
पहचान: यह द्दोटा, कोमल शरीर वाला हरे मटमैले रंग का कीट है जिसके झुण्ड पत्तियो फलों उठलो फलियो आदि पर चिपके रहते है एवं रस चूसकर पौधे को कमजोर कर देते है।
उपचार: निम्नलिखित किसी एक कीट नाशक रसायन की संस्तुत मात्रा प्रति हे. की दर से प्रयोग करे।
- मिथाइल ओडिमेटान ३५ ई.सी. १.०० लीटर या
- डायजिनान २० ई.सी. १.२५ लीटर या
- फेनीट्रोथियान ५० ई.सी. १.०० लीटर या
- क्लोरापायरीफास २० प्रतिशत ई.सी. ०.७५ लीटर या
- मोनोक्रोटोफास ३६ प्रतिशत ०.७५ लीटर हे. या
- क्यूनालफास २५ ई.सी. १.५ लीटर प्रति हे. या
बालदार गिडार (भुडली)
पहचान : इस भुडली के शरीर का रंग पीला अथवा नारंगी होता है परन्तु सिर पर पीद्दे का भाग काला होता है तथा शरीर पर घने काले बाल होते है।
उपचार: इसकी रोकथाम के लिए निम्नलिखित उपचार करें।
(क) प्रथम अवस्था में गिडार झुण्ड मे पाई जाती है। उस समय उन पत्तियों को तोडकर एक बाल्टी मिट्टी के तेलयुक्त पानी में डाल दिया जाय जिससे गिडार नष्ट हो जाये।
(ख) विभिन्न अवस्थाओं की गिडारो की रोकथाम हेतु निम्नलिखित मे से किसी एक कीटनाशक रसायन का प्रति हे. बुरकाव/द्दिडकाव किया जाये।
- डाइक्लोरोवास डी.डी.वी.पी. ७६ प्रतिशत ई.सी. ६२५ मि.ली.
- इन्डोसल्फान ३५ ई.सी. १.२५ से १.५ लीटर।
- कार्बराइल १० प्रतिशत धूल २५ किग्रा.।
- क्लोरोपायरीफास २० ई.सी. १.२५ लीटर।
- क्यूनालफास २५ ई.सी. १.२५ लीटर