जलवायुविक क्षेत्रवार गेहूँ की संस्तुत प्रजातियाँ:
१. भावर एवं तराई क्षेत्र जनपद: सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहॉपुर, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराईच, एवं श्रावास्ती का उत्तरी भाग।
बुवाई का समय |
अ.अक्टूबर का द्वितीय पक्ष। |
असिंचित दशा |
एच. यू. डब्लू. -५३३, के.-८०२७, के.-९३५१ एच.डी. २८८८
|
बुवाई का समय |
ब. नवम्बर का प्रथम पक्ष (भवर भूमि के लिये)
|
असिंचित दशा |
पी. वी. डब्लू.-१७५, के.-८०२७,के८९६२, के.-९४६५, के.-९३५१
|
बुवाई का समय |
स. समय से बुवाई २५ नवम्बर तक। |
सिंचित दशा |
पी. वी. डब्लू. १७५, के. ८०२७, के. ८९६२, के.९४६५, के. ९३५१ |
सिंचित दशा |
यू. पी. २३३८, डब्लू. एच.-५४२, पी. वी. डब्लू. -३४३,यू.पी.-२३८२, एच. डी.-२६२७, के.-९१०७, पी. वी. डब्लू.-५०२ के.-९००६, डी. वी. डब्लू. -१७, पी. वी.डब्लू.-५५०, पी. वी. डब्लू.-५९०, के.-३०७ (शताब्दी) |
बुवाई का समय |
द. विलम्ब से बुंवाई २५ दिसम्बर तक। |
सिंचित दशा |
राज -३७६५, पी. वी. डब्लू.-३७३, के.-९१६२, यू. पी.-२४२५, एन. डब्लू.-१०७६, नैना (के.-९५३३), डी. वी. डब्लू.-१४, पी.वी डब्लू.-१६, के.-९४२३, पी.वी डब्लू.-२२६ |
२. पश्चिम मैदानी क्षेत्र जनपद:सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्घनगर, बुलन्दशहर।
बुवाई का समय
|
अ. अक्टूबर का द्वितीय पक्ष से नवम्बर का प्रथम पक्ष
|
असिंचित दशा
|
के.-८०२७
|
बुवाई का समय
|
ब. नवम्बर का द्वितीय पक्ष
|
असिंचित दशा
|
पी. वी. डब्लू.-१७५, के-८०२७ , के-९४६५, के.-९३५१, डब्लू. एच-१४७
|
सिंचित दशा
|
यू.पी. २३३८, डब्लू. एच.-५४२, पी.वी. डब्लू.-३४३, यू.पी.-२३८२, एच. डी.-२६८७, के.-९१०७, पी. वी. डब्लू.-५०२, के.-९००६, डी.वी. डब्लू.-१७, पे.वी .डब्लू.-५५०, के.-३०७ (शताब्दी)
|
बुवाई का समय
|
स. विलम्ब से बुवाई २५ दिसम्बर तक।
|
सिचिंत दशा
|
राज-३७६५, यू.पी.-२३३८, पी.वी.डब्लू-३७३, के.-८०२०, के.-९१६२, यू.पी.-२४२५, एन.डब्लू-१०७६, के.-९४२३, के.-७९०३, नैना (के.९५३३), डी. वी. डब्लू.-१६
|
३. मध्य पश्चिमी मैदानी क्षेत्र जनपद:
बिजनौर, ज्योतिबाफुलेनगर, मुरादाबाद, रामपुर,बरेली, बदायूँ, पीलीभीत।
बुवाई का समय असिंचित दशा, सिंचित दशा, पश्चिम मैदानी क्षेत्र के अनुसार।
४. क्षिणी-पश्चिमी अर्धशुष्क क्षेत्र जनपद:अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा।
बुवाई का समय |
अ.अक्टूबर का द्वितीय पक्ष। |
असिंचित दशा |
के.-८०२७, एच.यू. डब्लू.-५३३,के.-९३५१
|
बुवाई का समय |
ब. नवम्बर का प्रथम पक्ष
|
असिंचित दशा |
के.-८०२७, पी.वी.डब्लू.-१७५,के.-८९६२, के.-९४६५, के.-९३५१, के.-९६४४
|
बुवाई का समय |
स. समय से बुवाई २५ नवम्बर तक। |
सिंचित दशा |
पी. वी. डब्लू.-३४३, यू.पी.-२३३८, के.-८८,के.-९००६, के.-९१०७, के.-३०७, एच.डी.-२६८७,यू.पी.-२३८२, पी. वी. डब्लू.-२३३, पी.वी. डब्लू. -२१५, डब्लू. एच.-८९६, एच.आई.-९३८१, पी.वी. डब्लू.-५०२
|
बुवाई का समय |
द. विलम्ब से बुंवाई २५ दिसम्बर तक। |
सिंचित दशा |
मालवीय-२३४, यू.पे.-२३३८, राज-३०७७, राज-३७६५, पी. वी. डब्लू.-३७३, यू.पी.-२४२५, के.-९१६२, के.-७९०३ के.-९५३३,एन.डब्लू.-१०७६, डी.वी.डब्लू-१६
|
ऊसर क्षेत्र हेतु |
के.आर.एल १-४, लोक-१, के.-८३३४, के.आर.एल.-१९, एन.डब्लू.१०६७ |
५. मध्य मैदानी क्षेत्र जनपद: शाहजहॉपुर, फर्रूखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर नगर ,कानपुर देहात, फतेहपुर, कौशाम्बी, इलाहाबाद, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, सीतापुर, खीरी, हरदोई।
बुवाई का समय
|
अ. अक्टूबर के द्वितीय पक्ष से नवम्बर के प्रथम पक्ष तक।
|
असिंचित दशा
|
के.-८९६२, के.-९४६५, के.-८९६२, मालवीय -५३३,के.-९३५१,एच.डी.-२८८८
|
बुवाई का समय
|
ब. नवम्बर के प्रथम सप्ताह से २५ नवम्बर तक।
|
सिंचित दशा (समय से)
|
पी.वी.डब्लू-३४३, यू.पी.-२३३८, डब्लू एच-५४२, के-९१०७, के-९००६, एच.पी. १७३१, एन.डब्लू-१०१२, यू.पी.२३८२, एच.यू.डब्लू-४६८, पी.वी.डब्लू-४४३, एच.डी.-२७३३, एच.डी. २८२४, के.-३०७ (शताब्दी), के.-९४२३
|
बुवाई का समय
|
स. विलम्ब से बुवाई २५ दिसम्बर तक।
|
सिंचित दशा
|
मालवीय २३४, के.-७९०३, यू.पी.२३३८, के.-९१६२, के.-९५३३, एच.डी.-२६४३ एच.पी.-१७४४, एन.डब्लू-१०१४, के.-८०२०, यू.पी.-२४२५, एन.डब्लू.-२०३६ डी.वी.डब्लू-१४, के.-९४२३ पी.वी.डब्लू-५२४ एन.डब्लू-१०७६, एच.यू. डब्लू.-५१०
|
खादर भूमि के लिये
|
द.नवम्बर का द्वितीय पक्ष
के.-८०२७, के.-९४६५ एच.डी.आर.-७७, के.-९३५१
|
ऊसर क्षेत्र हेतु (सिंचित दशा व समय से बुवाई)
|
के.आर.एल.१-४, राज-३०७७, लोक-१, पी.वी.डब्लू-६५, के.आर.एल.-१९, के-८४३४, एन.डब्लू-१०६७
|
६. बुन्देलखण्ड क्षेत्र जनपद: झांसी, जालौन, हमीरपुर, महोबा, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट।
बुवाई का समय
|
अ. अक्टूबर का द्वितीय पक्ष।
|
असिंचित दशा
|
के-८०२७, सी.-३०६ सुजाता के.-८९६२, के.-९४६५, के.-९३५१, एच.डब्लू-२००४, आरनेज (९-३०-१), लोक-१, एच.डी.२८८८
|
बुवाई का समय
|
ब. समय से बुवाई (१ नवम्बर से २५ नवम्बर तक)
|
सिंचित दशा
|
डी.एल.-८०३, राज-१५५५, एच. आई.-८३८१, एच.आई-८४९८, के-८८, के,-९१०७, यू.पी.-२३३८, डब्लू.एच.-१४७ जी.डब्लू-२७३, जी.डब्लू-३२२, पी.वी.डब्लू-३४३, एच.डी.-२७३३, लोक-१
|
बुवाई का समय
|
स. विलम्ब से बुंवाई (१५ दिसम्बर तक)
एच.आई.-७८४ मालवीय-२३४, एच.पी.-१६३३, डी.एल.-७८८-२, यू.पी.-२४२५, के.-९१६२, के.-९५३३, जी.डब्लू-१७३, के.-७९०३, के.-९४२३, एच.यू. डब्लू.-५१०
|
७. उत्तरी-पूर्वी मैदानी क्षेत्र जनपद:
बुवाई का समय
|
अ. अक्टूबर का द्वितीय पक्ष से नवम्बर का प्रथम पक्ष।
|
असिंचित दशा
|
के.-८०२७, के.-८९६२, के.-९४६५,के.-९३५१,एच.डी.आर.-७७,एच.यू. डब्लू.-५३३, एच.डी.-२८८८
|
बुवाई का समय
|
ब. समय से बुवाई (नवम्बर का प्रथम पक्ष से द्वितीय पक्ष तक)
|
सिंचित दशा
|
के-९१०७,एच.पी.-१७३१, के-९००६, एन.डब्लू-१०१२,यू.पी.-२३८२, एच.पी.-१७६१, एच.यू.डब्लू-४६८, एच.डी.-२७३३, एच.डी.-२८२४, पी.वी.डब्लू-३४३, पी.वी.डब्लू-४४३, यू.पी.-२३३८, के.-०३०७, पी.वी.डब्लू.-५०७, सी.वी.डब्लू.-३८,राज-४१२०
|
बुवाई का समय
|
स. विलम्ब से बुवाई (२५ दिसम्बर तक)
|
सिंचित दशा
|
डी.वी.डब्लू-१४, मालवीय-२३४, एच.पी.-१६३३, एच.पी.-१७४४, एन.डब्लू-१०१४, एन.डब्लू-२०३६, के.-८०२० एच.डी.-२६४३, यू.पी.-२४२५, के.-९१६२, पी.वी.डब्लू-३७३, एन.डब्लू.-१०७६, एच.डब्लू.-२०४५, के.- ९४२३,के.७९०३, पी.वी.डब्लू.-५२४
|
ऊसरीली भमि सिंचित दशा
|
के.आर.एल.-१-४, के.आर.एल.-१९, राज-३०७७, लोक-१, जाव-६६६, पी.वी.डब्लू-६५, के.-८४३४, एन.डब्लू-१०७६, एन.डब्लू-१०६७
|
८. पूर्वी मैदानी क्षेत्र जनपद:
बाराबंकी, फ़ैजाबाद, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, संतरविदासनगर, वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, मऊ, बलिया |
बुवाई का समय सिंचित एवं असिंचित दशा उत्तरी पूर्वी मैदानी क्षेत्र के अनुसार |
९. विन्धयक्षेत्र जनपद: इलाहाबाद, मिर्जापुर, सोनभद्र
बुवाई का समय
|
अ. नवम्बर का प्रथम पखवारा
|
असिंचित दशा
|
के.-८९६२, के.-९४६५, के.-९३५१, एच.यू. डब्लू.-५३३,एच. डी.-२८३३
|
बुवाई का समय
|
ब. नवम्बर भर
|
सिंचित दशा
|
यू.पी.-२३३८, डब्लू.एच.-५४२, zके.-९००६, एच.पी.-१७३१, एन.डब्लू.-१०१२, यू.पी.-२३८२, के-९१०७, एच.यू.डब्लू-४६८, पी.वी.डब्लू-३४३,कौशाम्बी के ३०७
|
बुवाई का समय
|
स. नवम्बर के द्वितीय पक्ष से दिसम्बर का प्रथम पक्ष तक
|
सिंचित दशा
|
यू.पी.२३३८, के.-८८ एच.पी.-१७३१, मालवीय-४६८, पी.वी.डब्लू-३७३, मालवीय-२३४, एच.डी.-२६४३, एच.पी.-१७४४, यू.पी.-२३३६, एन.डब्लू-१०१४, यू.पी.-२४२५, के.-९४२३, एन. डब्लू-२०३६, एन.डब्लू.-१०७६, एच. यू.डब्लू.-५१०, के.-३०७
|
ऊसरी भूमि के लिये
|
के आर.एल. १-४, के.आर.एल.-१९, राज-३०७७, लोक-१, जाव-६६६, एन-डब्लू.-१०६७, के.- ८४३४, एन. डब्लू.- १०७६
|
गेहूँ की प्रजातियों के प्रमुख गुण/विशेषताएं
क्रमांक
|
प्रजाति
|
नोटीफिकेशन की तिथि
|
उत्पादकता कु./हे.
|
पकने की अवधि दि
|
पौधे की ऊँचाई से.मी.
|
रोगो से अवरोधिता
|
अंसिंचित दशा
|
१
|
मगहर (के०-८०२७)
|
३१-०७-८९
|
३०-३५
|
१४०-१४५
|
१०५-११०
|
कण्डुवा एवं झुलसा अवरोधी
|
२
|
एच.यू.डब्लू-५३३
|
--
|
२८-३०
|
१३०-१३५
|
१००-११०
|
--
|
३
|
सी-३०६
|
२४-०९-६९
|
२५-३०
|
१४०-१४५
|
१२०-१३०
|
--
|
४
|
के-७८
|
--
|
२५-२८
|
१३५-१४५
|
१०५-११५
|
--
|
५
|
इन्द्र (के०-८९६२)
|
०१-०१-९६
|
२५-३५
|
९०-११०
|
११०-१२०
|
--
|
६
|
के-९६४४
|
२०००
|
३५-४०
|
१०५-११०
|
९५-१००
|
--
|
७
|
एच.डी.आर-७७
|
१५-०५-९०
|
२५-३५
|
१०५-११५
|
९०-९५
|
--
|
८
|
गोमती(के०-९४६५)
|
१५-०५-९८
|
२८-३५
|
९०-११०
|
९०-१००
|
--
|
सिंचित दशा (समय से बुवाई के लियें)
|
९
|
के०-८८
|
१७-०८-९३
|
५५-६०
|
१३५-१४०
|
८५-९५
|
--
|
१०
|
देवा (के०-९१०७)
|
०१-०१-९६
|
४५-५०
|
१३०-१३५
|
१०५-११०
|
रतुआ झुलसा एवंकरनाल बंट के लिए अवरोधी
|
११
|
एच.पी.-१७३ (राजलक्ष्मी)
|
०४-०५-९५
|
५५-६०
|
१३०-१४०
|
८५-९५
|
तदैव
|
१२
|
नरेन्द्र गेहूॅ-१०१२
|
१५-०५-९८
|
५०-५५
|
१३५-१४०
|
८५-९५
|
तदैव
|
१३
|
उजियार (के०-९००६)
|
१५-०५-९८
|
५०-५५
|
१३०-१३५
|
१०५-११०
|
--
|
१४
|
एच.यू.डब्लू.-४६८
|
०९-०६-९९
|
५५-६०
|
१३०-१४०
|
८५-९५
|
क्च्रष्ट्य हृश्र्वङङ्गञ्ज
|
१५
|
डी.एल.-७८४-३ (वैशाली)
|
१७-०८-९३
|
४५-५०
|
१३०-१३५
|
८५-९०
|
|
१६
|
यू.पी.-२३८२
|
०६-०४-९९
|
६०-६५
|
१३५-१४०
|
९५-१००
|
--
|
१७
|
एच.पी.-१७६१
|
०९-०९-९७
|
४५-५०
|
१३५-१४०
|
९०-९५
|
--
|
१८
|
एच.डी.-२७३३
|
--
|
५५-६०
|
१३५-१४०
|
९२-९५
|
--
|
१९
|
एच.यू.डब्लू-५१०
|
१९९८
|
५०-५५
|
११५-१२०
|
-
|
--
|
२०
|
पी.वी.डब्लू-४४३
|
२०००
|
५०-५५
|
१२५-१३५
|
९०-९५
|
--
|
२१
|
पी.वी.डब्लू-३४३
|
१९९७
|
६०-६५
|
१२५-१४०
|
९०-९५
|
--
|
२२
|
एच.डी.-२८२४
|
२००३
|
५५-६०
|
१२५-१३५
|
९०-१००
|
--
|
सिंचित दशा (विलम्ब से बुंवाई हेतु)
|
२३
|
डी.बी.डब्लू-१४
|
२००२
|
४०-४५
|
११०-१२०
|
८५-९०
|
--
|
२४
|
एच.यू.डब्लू-२३४
|
१४-०५-८८
|
३५-४५
|
११०-१२०
|
८५-९०
|
--
|
२५
|
त्रिवेणी (के०-८०२०)
|
०६-०३-८७
|
३५-४५
|
१३०-१३५
|
९०-१००
|
--
|
२६
|
सोनाली एच.पी.-१६३३
|
०४-११-९२
|
३५-४०
|
११५-१२०
|
११५-१२०
|
--
|
२७
|
एच.डी.-२६४३ (गंगा)
|
१९-०६-९७
|
३५-४५
|
१२०-१३०
|
८५-९५
|
--
|
२८
|
के०-९१६२
|
२००१
|
४०-४५
|
११०-११५
|
९०-९५
|
--
|
२९
|
के०-९५३३
|
२००२
|
४०-४५
|
१०५-११०
|
८५-९०
|
--
|
३०
|
एच.पी.-१७४४
|
०९-०९-९७
|
३५-४५
|
१२०-१३०
|
८५-९५
|
--
|
३१
|
नरेन्द्र गेहूॅ-१०१४
|
१५-०५-९८
|
३५-४५
|
११०-११५
|
८५-१००
|
रेतुआ एवं झुलसा अवरोधी
|
३२
|
के०-७९०३
|
२००१
|
३०-४०
|
८५-१००
|
८५-९०
|
--
|
३३
|
नरेन्द्र गेहूॅ-२०३६
|
२००२
|
४०-४५
|
११०-११५
|
८०-८५
|
रतुआ एवं झुलसा अवरोधी
|
३४
|
यू.पी.-२४२५
|
०६-०४-९९
|
४०-४५
|
१२०-१२५
|
९०-९५
|
--
|
३५
|
एच.डब्लू-२०४५
|
२००२
|
४०-४५
|
११५-१२०
|
९५-१००
|
रतुआ झुलसा अवरोधी
|
३६
|
नरेन्द्र-१०७६
|
२००२
|
४०-४५
|
११०-११५
|
८०-९०
|
तदैव
|
३७
|
पी.वी.डब्लू-३७३
|
१९९७
|
३५-४५
|
१२०-१३५
|
८५-९०
|
--
|
ऊसरीली भूमि के लिए
|
३८
|
के.आर.एल.-१-४
|
१५-०५-९०
|
३०-४५
|
१३०-१४५
|
९०-१००
|
--
|
३९
|
के.आर.एल.-१९
|
२०००
|
४०-४५
|
१३०-४५
|
९०-१००
|
--
|
४०
|
राज-३०७७
|
०६-११-८९
|
३०-४०
|
१२५-१३५
|
८५-९५
|
--
|
४१
|
लोक-१
|
१४-०१-८२
|
३०-४०
|
११५-१२५
|
९०-१००
|
--
|
४२
|
जाब-६६६
|
-
|
३०-४५
|
१२५-१३५
|
८५-९५
|
--
|
४३
|
के-८४३४
|
-
|
४५-५०
|
१३५-१४०
|
९०-९५
|
--
|
४४
|
एन.डब्लू-१०६७
|
-
|
३५-४५
|
१२५-१३०
|
९०-९५
|
रतुआ अवरोधी
|