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मटर में राइजोबियम संवर्ध (10 कि.ग्रा. बीज के लिए) आवश्यक मद बीज मात्रा : 10 कि. ग्रा. मात्रा: राइजोबियम संवर्ध - 200 ग्राम बबूल का गोंद : 40 प्रतिशत जल घोल पानी : 1/2 लीटर
कवकनाशियों से उपचार सब्जियों में परवर्ती अवस्थाओं पर कवक संक्रमण से बचने के लिए बीजों/पौधों को उपचारित करने की संस्तुति की जाती है।आवश्यक मद बीज मात्रा: आवश्यकता के अनुसार। कल्पना कीजिए कि हम 1 कि0ग्रा0 बीज लेते हैं।
सब्जियों में परवर्ती अवस्थाओं पर कवक संक्रमण से बचने के लिए बीजों/पौधों को उपचारित करने की संस्तुति की जाती है।
बीज मात्रा: आवश्यकता के अनुसार। कल्पना कीजिए कि हम 1 कि0ग्रा0 बीज लेते हैं।
जीवाणुज मटर अंगमारी रोगकारी जीव - स्यूडोमोनास सिरिन्जी पी0वी0 पाइसाइ
रोगकारी जीव - स्यूडोमोनास सिरिन्जी पी0वी0 पाइसाइ
मृदुरोमिल फफूंदी: सब्जी मटर का कवक रोग
रोगकारी जीव - पेरोनोस्पोरा विसिआइ (पहले पे. पाइसाइ)
सफेद स्क्लेरोटिनिया विगलन रोगकारी जीव - स्क्लेरोटिनिया स्क्लेरोटियोरम उपज में गम्भीर कमी उत्पन्न करता है। लक्षण :
रोगकारी जीव - स्क्लेरोटिनिया स्क्लेरोटियोरम
लक्षण :
ऐस्कोकाइटा अंगमारी
रोगकारी जीव - ऐस्कोकाइटा पाइसाई, ऐ. पिनोडेला एवं ऐ. पाइनोडीज
किट्ट रोग : रोगकारी जीव - यूरोमाइसीज पाइसाइ और यू0 फैबी
रोगकारी जीव - यूरोमाइसीज पाइसाइ और यू0 फैबी
मूल विगलन रोगकारी जीव - राइजोक्टोनिया सोलेनाइ
मूल विगलन
रोगकारी जीव - राइजोक्टोनिया सोलेनाइ
फ्यूजेरियम म्लानि रोगकारी जीव - फ्यूजेरियम ऑक्सीस्पोरम एफ0 पाइसाइ यह बीज के साथ-साथ मृदा वाहित रोग ग्रीष्मकालीन (मई-जून) फसल में धीरे-धीरे गंभीर रूप धारण करता है। लक्षण:
फ्यूजेरियम म्लानि
रोगकारी जीव - फ्यूजेरियम ऑक्सीस्पोरम एफ0 पाइसाइ
यह बीज के साथ-साथ मृदा वाहित रोग ग्रीष्मकालीन (मई-जून) फसल में धीरे-धीरे गंभीर रूप धारण करता है।
लक्षण:
चूर्णिल फफँदी रोगकारी जीव - एरीसाइफी सिकोरेसिएनम
चूर्णिल फफँदी
रोगकारी जीव - एरीसाइफी सिकोरेसिएनम
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Hemant Sharma
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